हल्

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हल् संज्ञा पुं॰ [सं॰] शुद्ध व्यंजन जिसमें स्वर न मिला हो । विशेष—लिखने में अक्षर के नीचे एक छोटी तिरछी लकीर बना देने से यह सूचित होता है । जैसे 'पृथक्' शब्द में 'क' के नीचे ।