हवलदार
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हवलदार संज्ञा पुं॰ [अ॰ हवाल (= सुपुर्दगी) + फा॰ दार (= रखनेवाला)]
१. बादशाही जमाने का वह अफसर जो राजकर की ठीक ठीक वसूली और फसल की निगरानी के लिये तैनात रहता था ।
२. फौज में वह सबसे छोटा अफसर जिसके मातहत थोड़े से सिपाही रहते हैं । उ॰—रंग महल में जंग खड़े हैं, हवलदार और सूबेदार ।—कबीर श॰, भा॰ ३, पृ॰ ५० ।