हवाई
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हवाई ^१ वि॰ [अ॰ अथवा अ॰ हवा + हिं॰ ई (प्रत्य॰)]
१. हवा का । वायु संबंधी ।
२. हवा में चलनेवाला । जैसे,—हवाई जहाज ।
३. बिना जड़ का । जिसमें सत्य का आधार न हो । कल्पित या झूठ । निर्मूल । जैसे,—हवाई खबर, हवाई बात । यौ॰—हवाई किला = अयथार्थ बात । अव्यावहारिक चोचला । हवाई खबर = झूठी सूचना । अफवाह । हवाई महल = दे॰ 'हवाई किला' । हवाई बात = दे॰ 'हवाई खबर' । मुहा॰—हवाई किले बनाना = अयथार्थ कल्पनाएँ करना । अव्यव- हार्य योजना बनाना । हवाई महल बनाना = दे॰ 'हवाई किले बनाना' ।
हवाई ^२ संज्ञा स्त्री॰ हवा में कुछ दूर तक बड़े झोँक से जाकर बुझ जानेवाली एक प्रकार की आतशबाजी । बान । आसमानी । उ॰—सत्त नाम लै उड़ै पलीता, हरदम चढ़त हवाई ।—कबीर श॰, भा॰ ३, पृ॰ ४९ । मुहा॰—(मुँह पर) हवाइयाँ उड़ना = चेहरे का रंग फीका पड़ जाना । आकृति से भय, लज्जा या उदासी प्रकट होना । विवर्णता होना । (मुँह पर) हवाइयाँ छूटना = दे॰ (मुँह पर) 'हवाइयाँ उड़ना' । उ॰—ऐसा फरमाइशी कहकहा लगाया कि छम्मी जाना के मुँह पर हवाइयाँ छूटने लगीं ।—फिसाना॰, भा॰ १, पृ॰ ५ । हवाई गुम होना = घबड़ा जाना । अक्ल गायब हो जाना । हवाई छोड़ना = आतिशबाजी छोड़ना ।
हवाई अड्डा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + अड्डा] हवाई जहाज के उड़ने और उतरने का स्थान । वायुयान केंद्र ।
हवाई आक्रमण संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + सं॰ आक्रमण] दे॰ 'हवाई हमला' ।
हवाई जहाज संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + अ॰ जहाज़] वायुयान ।
हवाई डाक संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + डाक] हवाई जहाज से जानेवाली डाक या चिट्ठी पत्री ।
हवाई फायर, हवाई फैर संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + अं॰ फायर] लोगों को डराने के लिये हवा में झूठी बंदूक चलाना ।
हवाई बंदूक संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ हवाई + फ़ा॰ बंदूक] झूठी बंदूक । नकली बंदूक ।
हवाई बेड़ा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + बेडा़] युद्धक विमानों का दल [को॰] ।
हवाई मार्ग संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + सं॰ मार्ग] आकाश में हवाई जहाज के आने जाने का रास्ता ।
हवाई युद्ध संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + सं॰ युद्ध] हवाई जहाजों द्वारा आकाश में होनेवाली लड़ाई ।
हवाई हमला संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हवाई + अं॰ हमला] आकाश मार्ग से हवाई जहाजों द्वारा होनेवाला आक्रमण ।