हवास
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हवास संज्ञा पुं॰ [अ॰]
१. इंद्रियाँ ।
२. संवेदन ।
३. चेतना । संज्ञा । होश । सुध । यौ॰—हवासगुम = हतसंज्ञ । स्तंभित । होश हवास । मुहा॰—हवास गुम होना = होश ठिकाने न रहना । भय आदि से स्तंभित होना । ठक रह जाना । हवास पैतरा होना = दे॰ 'हवास गुम होना । उ॰—काने को देखते ही दारोगा साहब के हवास पैतरा हुए । काटो तो लहू नहीं बदन में ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ ५४ ।