हारी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हारी ^१ वि॰ [सं॰ हारिन्] [वि॰ स्त्री॰ हारिणी]
१. हरण करनेवाला । छीननेवाला ।
२. ले जानेवाला । पहुँचानेवाला । लेकर चलनेवाला ।
३. चुरानेवाला । लूटनेवाला ।
४. दूर करनेवाला । हटानेवाला ।
५. नाश करनेवाला । ध्वंस करनेवाला ।
६. वसूल करनेवाला । उगाहनेवाला (कर या महसूल) ।
७. जीतनेवाला । पराजित करनेवाला ।
८. मन हरनेवाला । मोहित करनेवाला ।
९. आह् लादित्, खुश या प्रसन्न करनेबाला ।
१०. ग्रहण करनेवाला (को॰) ।
११. हार पहननेवाला ।
हारी ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. एक वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में एक तगण और दो गुरु होते हैं ।
२. बदनाम लड़की जो विवाह के अयोग्य कही गई है (कौ॰) ।
३. मुक्ता । मोती (को॰) ।
हारी ^३ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] पराजय ।दे॰'हार' । मुहा॰—हारी मानना न जीती मानना=किसी तरह न मानना । न चित्त मानना न पट मानना । उ॰—हजार बार कह दिया , समझा दिया कि बाबा लड़ो झगड़ो मत । मगर यह शख्स किसी की सुनता ही नहीं । हारी मानता है न जीती । —सैर॰, पृ॰ २३ ।