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हिचक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हिचक संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ हिचकना] किसी काम के करने में वह रुकावट जो मन में मालूम हो । आगा पीछा । हिचकिचाहट । उ॰— छूने में हिचक, देखने में पलकें आँखों पर झुकती हैं ।— कामायनी, पृ॰ ९९ ।