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शब्द | व्याकरण-१ | व्या-२ | व्या-३ | व्या-४ | व्या-५ | अर्थ-१ | अर्थ-२ | अर्थ-३ | अर्थ-४ | अर्थ-५ |
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कंगाल | पुंलिंग | - | - | - | - | अभाव से पीड़ित, अति निर्धन। | - | - | - | - |
कंघा | पुंलिंग | - | - | - | - | बाल झाड़ने या संवारने का एक उपकरण। | - | - | - | - |
कंजूस | विशेषण | - | - | - | - | धन संग्रह के लालच में कष्ट सहकर हीन अवस्था में रहने वाला व्यक्ति, कृपण। | - | - | - | - |
कंठ | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | गला; | गले से निकला हुआ स्वर। | - | - | - |
कंधा | पुंलिंग | - | - | - | - | मनुष्य के शरीर की बांह का वह ऊपरी भाग या जोड़, जो गले के नीचे धड़ से जुड़ा रहता है। | - | - | - | - |
कंपकंपी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | भय, शीत आदि के कारण शरीर में होने वाली थर्राहट, जिसमें एक प्रकार की स्वरता होती है, कंपन। | - | - | - | - |
कंबल | पुंलिंग | - | - | - | - | बहुत मोटी ऊनी चादर जो प्राय: ओढने के काम आती है। | - | - | - | - |
कई | विशेषण | विशेषण | - | - | - | एकाधिक लोग; | कुछ। | - | - | - |
कक्ष | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी इमारत या भवन का कोई भीतरी भाग, कमरा या खंड। | - | - | - | - |
कक्षा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | विद्यार्थियों का वर्ग या श्रेणी जिसमें उन्हें एक साथ एक ही प्रकार की शिक्षा दी जाती है, दर्जा; | आकाश में ग्रहों के भ्रमण का गोलाकार मार्ग (ऑर्बिट)। | - | - | - |
कचहरी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | न्यायालय, अदालत। | - | - | - | - |
कचोटना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी दु:खद बात से बार-बार मन में पीड़ा या वेदना होना, गड़ना। | - | - | - | - |
कच्चा | विशेषण | विशेषण | - | - | - | (खाद्य पदार्थ) अधपका; | (फल, फसल आदि) जो परिपक्व न हुआ हो। | - | - | - |
कटघरा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | काठ का जंगलेदार घेरा जिसमें जानवरों को रखते हैं; | कचहरी में वह स्थान जिसमें अभियुक्त खड़े होते है। | - | - | - |
कटार | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | छोटी, छुरी। | - | - | - | - |
कटु | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जिसके स्वाद में कड़वापन हो; | अप्रिय, बुरा लगने वाला। | - | - | - |
कट्टर | विशेषण | - | - | - | - | पक्का, दृढ़ निश्चयी, सिद्धांतवादी। | - | - | - | - |
कठपुतली | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | काठ (लकड़ी) की बनी हुई पुतली जिसे धागे या तार की सहायता से नचाया जाता है। | - | - | - | - |
कठिन | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जो सरलता से न हो सके, मुश्किल; | कठोर, सख्त। | - | - | - |
कठोर | विशेषण | विशेषण | - | - | - | कड़ा, सख्त; | निर्दयी, निष्ठुर। | - | - | - |
कड़कना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कड़कड़ का शब्द होना। | - | - | - | - |
कड़वा | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | स्वाद में कसैला या कटु; | कटु प्रकृति का; | अप्रिय। | - | - |
कड़ा | पुंलिंग | विशेषण | - | - | - | धातु का बड़ा छल्ला। | सख्त, कठोर। | - | - | - |
कढ़ाई | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बेलबूटे निकालने का या बनाने का काम। | - | - | - | - |
कतरन | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कपड़े, कागज, धातु आदि के छोटे-छोटे रद्दी टुकड़े। | - | - | - | - |
कतरना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कपड़े, कागज या धातु आदि की चादर को कैंची से काट कर दो या अनेक भागों में करना। | - | - | - | - |
कतरनी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कतरने का उपकरण, कैची। | - | - | - | - |
कतराना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | बचना। | - | - | - | - |
कतार | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | पंक्ति। | - | - | - | - |
कत्था | पुंलिंग | - | - | - | - | खैर की लकड़ी का सत जो पान में लगा कर खाया जाता है। | - | - | - | - |
कथनी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कही हुई बात, उक्ति। | - | - | - | - |
कथा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | किस्सा, कहानी, उपन्यास आदि; | पौराणिक आख्यान जो धर्मोपदेश के रूप में लोगों को सुनाया जाए। | - | - | - |
कथानक | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी रचना (महाकाव्य, उपन्यास, नाटक आदि) की कथा-वस्तु। | - | - | - | - |
कद | पुंलिंग | - | - | - | - | (व्यक्ति की) ऊंचाई। | स्तर | - | - | - |
कनक | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | सोना, स्वर्ण; | धतूरा। | - | - | - |
कन्यादान | पुंलिंग | - | - | - | - | विवाह में वर को कन्या का दान करने की रस्म। | - | - | - | - |
कपट | पुंलिंग | पुंलिंग | विशेषण | - | - | छलपूर्ण मिथ्या आचरण, दुराव; | धोखा। | छलपूर्ण। | - | - |
कपड़ा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | कपास, ऊन आदि के धागों से बनी हुई वस्तु जो ओढ़ने, बिछाने, पहनने आदि के काम आती है; | पहनावा, पोशाक। | - | - | - |
कपाट | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किवाड़, दरवाजे के पल्ले; | दरवाजा, द्वार। | - | - | - |
कपास | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | एक प्रसिद्ध पौधा जिसके ढोंढ (फल) में से रुई निकलती है (कॉटन); | इस पौधे के फलों के तंतु जिससे सूत काता जाता है। | - | - | - |
कपूत | पुंलिंग | - | - | - | - | बुरे आचरण वाला पुत्र, नालायक बेटा; | - | - | - | - |
कपूर | पुंलिंग | - | - | - | - | सफेद रंग का एक सुगंधित धन पदार्थ जो हवा में रखने से भाप बन कर उड़ जाता है (कैंफर)। | - | - | - | - |
कपोल | पुंलिंग | - | - | - | - | गाल (चीक)। | - | - | - | - |
कफन | पुंलिंग | - | - | - | - | सिला अथवा बिना सिला कपड़ा जिसमें शव को लपेट कर दफनाया या जलाया जाता है। | - | - | - | - |
कब | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किस समय? किस वक्त? | - | - | - | - |
कबाड़ी | पुंलिंग | - | - | - | - | टूटी-फूटी या पुरानी चीजें खरीदने या बेचने वाला। | - | - | - | - |
कबूलना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | मान लेना, स्वीकार करना। | - | - | - | - |
कब्जा | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी वस्तु पर होने वाला अधिकार जिसके अनुसार उस वस्तु का उपयोग किया जाता है। | - | - | - | - |
कब्रिस्तान | पुंलिंग | - | - | - | - | शव दफनाने के लिए नियत स्थान। | - | - | - | - |
कभी | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किसी समय, किसी अवसर पर। | - | - | - | - |
कमंडल | पुंलिंग | - | - | - | - | संन्यासियों का जलपात्र जो धातु, मिट्टी, तुपड़ी अथवा नारियल आदि का बना होता हैं। | - | - | - | - |
कम | विशेषण | - | - | - | - | परिमाण, मात्रा, संख्या आदि के विचार से घट कर या थोड़ा। | - | - | - | - |
कमज़ोर | विशेषण | - | - | - | - | दुर्बल, अशक्त, असमर्थ। | - | - | - | - |
कमर | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | शरीर का मध्य भाग, कटि। | - | - | - | - |
कमरबंद | पुंलिंग | - | - | - | - | कमर में बांधने का एक दुप्पटा। | - | - | - | - |
कमरा | पुंलिंग | - | - | - | - | कक्ष, कोठरी। | - | - | - | - |
कमल | पुंलिंग | - | - | - | - | जलाशयों में हाने वाला एक पौधा जिसमें चौड़ी पंखुड़ियों वाले हल्के लाल, नीले, पीले या सफेद रंग के फूल होते है (लोटस)। | - | - | - | - |
कमान | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | धनुष। | नियंत्रण | सेना का एक अंग जिसे कमान या कमांड कहते हैं | - | - |
कमाना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कोई व्यवसाय करके अर्थिक लाभ पाना, उपार्जन करना। | - | - | - | - |
कमी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | कम होने की स्थिति अथवा भाव; | त्रुटि; | अभाव। | - | - |
कर | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | हाथ; | सरकार द्वारा जनता से उगाहा हुआ धन (टैक्स)। | - | - | - |
करघा | पुंलिंग | - | - | - | - | कपड़ा बुनने का एक यंत्र, खड्डी। | - | - | - | - |
करना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी कार्य का संपादन। | - | - | - | - |
करनी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | कार्य, कर्म; | राजगीरों का एक प्रसिद्ध उपकरण, जिससे गारा या मसाला उठाकर दीवारों आदि पर थोपा, पोता या लगाया जाता है। | अनुचित या हीन आचरण (बोलचाल में)। | - | - |
करवट | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बैठने, लेटने आदि में शरीर का वह पार्श्व या बल जिस पर शरीर का सारा भार पड़ता है। | - | - | - | - |
करारा | विशेषण | विशेषण | - | - | - | कुरकुरा; | तेज, उत्कट, उग्र (कार्य, उत्तर)। | - | - | - |
कराहना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | पीड़ा या वेदना के समय व्यथा-सूचक शब्द का मुँह से निकलना। | - | - | - | - |
करुण | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | दयालु; | दु:खद; | साहित्य में एक रस। | - | - |
करोड़पति | पुंलिंग | - | - | - | - | वह जिसके पास करोड़ों रुपये अथवा करोड़ों की संपत्ति हो। | - | - | - | - |
कर्ज़ | पुंलिंग | - | - | - | - | उधार लिया हुआ धन, ऋण। | - | - | - | - |
कर्त्तव्य | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | ऐसा काम जिसे पूरा करना आवश्यक हो, धर्म; | ऐसा कार्य जिसे संपादित करने के लिए लोग विधान या शासन द्वारा बंधे हों। | - | - | - |
कर्त्ता | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | करने या बनाने वाला, रचयिता, निर्माता; | हिंदी व्याकरण में पहला कारक; | धर या परिवार का स्वामी (धर्मशास्त्र और विधि के क्षेत्र में)। | - | - |
कर्त्ता-धर्त्ता | पुंलिंग | - | - | - | - | वह व्यक्ति जिसको किसी कार्य या विषय के सभी अधिकार प्राप्त हों। | - | - | - | - |
कर्म | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | वह जो किया जाए, काम कार्य; | पूर्व जन्म में किए गए कार्य; | शास्त्रीय विधान से युक्त धार्मिक कार्य; | व्याकरण में वाक्य का वह पद जिसपर कर्त्ता की क्रिया का प्रभाव पड़ता है, हिंदी व्याकरण में दूसरा कारक। | - |
कर्मठ | विशेषण | विशेषण | - | - | - | काम में कुशल; | मेहनती। | - | - | - |
कलंक | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | दाग, धब्बा; | लांछन, निन्दा। | - | - | - |
कल | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | स्त्रीलिंग | - | आज के दिन से ठीक पहले का बीता हुआ दिन; | आज के दिन के ठीक बाद में आने वाला दिन; | चैन, आराम। | मशीन, यंत्र, पुर्ज़ा। | - |
कलई | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | सफेद रंग का प्रसिद्ध खनिज पदार्थ, रांगा; | चूने की पुताई, सफेदी; | मिथ्या आचरण या दिखावटी रूप। | - | - |
कलफ | पुंलिंग | - | - | - | - | चावल, अरारोट आदि को पका कर बनाई हुई पतली लेई जिसे धुले कपड़ों पर लगाकर उनकी तह कड़ी की जाती है, मांड। | - | - | - | - |
कलम | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | लेखनी; | चित्र बनाने की कूची; | पेड़-पौधों की वे टहनियां जो काट कर दूसरी जगह गाड़ी या लगाई जाती हैं कि उन से उसी प्रकार के नए पेड़-पौधे उगें। | - | - |
कलरव | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | पक्षियों के चहकने का कोमल और मधुर शब्द; | मधुर तथा रसीली ध्वनि। | - | - | - |
कलश | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | धड़ा, कलसा; | मंदिरों आदि के शिखर पर लगा हुआ घड़े के आकार का कंगूरा। | - | - | - |
कलह | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | घरेलू झगड़ा, विवाद; | युद्ध। | - | - | - |
कला | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | हुनर (आर्ट); | चन्द्र या सूर्य का अंश। | - | - | - |
कलाकार | पुंलिंग | - | - | - | - | कला की साधना करने वाला (आर्टिस्ट)। | - | - | - | - |
कलाबाजी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | सिर नीचा करके उलट जाने की क्रिया या खेल; | कलापूर्ण ढंग से दिखाए जाने वाले अद्भुत शारीरिक खेल। | - | - | - |
कलियुग | पुंलिंग | - | - | - | - | पुराणानुसार चार युगों में से चौथा युग जो आजकल चल रहा है। | - | - | - | - |
कली | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | फूल का वह आरंभिक रूप जिसमें पंखुड़ियां खिली या खुली न हो। | - | - | - | - |
कलुष | पुंलिंग | - | - | - | - | पातक, पाप। | - | - | - | - |
कलेजा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | यकृत, जिगर, दिल; | जीवट, साहस। | - | - | - |
कल्पना | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | वह क्रियात्मक मानसिक शक्ति जो अन्त:करण में अवास्तविक वस्तुओं के स्वरूप को उपस्थित करके काव्य, चित्र आदि के रूप में अभिव्यक्त होती है। | - | - | - | - |
कल्प-वृक्ष | पुंलिंग | - | - | - | - | पुराणानुसार देवलोक का एक वृक्ष जो सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाला होता है। | - | - | - | - |
कल्याण | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | हित, भलाई, समृद्धि; | मंगल, शुभ। | - | - | - |
कवि | पुंलिंग | - | - | - | - | वह जो कविता या काव्य की रचना करता हो। | - | - | - | |
कविता | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | लय प्रधान तथा शब्द-बद्ध साहित्यिक रचना जो प्राय: छंदों में होती है, काव्य। | - | - | - | - |
कष्ट | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | पीड़ा; | मुसीबत, आपत्ति; | मेहनत, श्रम। | - | - |
कसना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | बन्धन कड़ा करना; | सोने की जाँच के लिए उसकी परीक्षा करना। | - | - | - |
कसबा (कस्बा) | पुंलिंग | - | - | - | - | छोटा शहर। | - | - | - | - |
कसम | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | धर्म ईश्वर आदि को साक्षी मान कर कही जाने वाली बात, शपथ। | - | - | - | - |
कसर | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | कमी, न्यूनता; | दोष, विकार। | - | - | - |
कसरत | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | स्वास्थ्य की रक्षा तथा सुधार के लिए की जाने वाली आंगिक अथवा शरीरिक क्रियाएँ, व्यायाम; | परिश्रम, आयास। | - | - | - |
कसाई | पुंलिंग | - | - | - | - | पशुओं आदि की हत्या करके उनके मांस को बेचने का व्यवसाय करने वाला, बूचड़। | - | - | - | - |
कसूर (कुसूर) | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | दोष, अपराध; | त्रुटि, भूल। | - | - | - |
कसैला | विशेषण | - | - | - | - | जिसके स्वाद से जीभ में हल्की ऐंठन या कुछ तनाव हो। आंवले, फिटकरी, सुपारी आदि के स्वाद-का सा, कषाय। | - | - | - | - |
कसौटी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | एक प्रकार का काला पत्थर जिस पर रगड़ कर सोने की परख की जाती है; | महत्व या मूल्य आंकने का कोई मानक आधार। | - | - | - |
कस्तूरी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | एक प्रसिद्ध सुगंधित पदार्थ जो एक विशेष मृग की नाभि के पास थैली में पाया जाता है, (मस्क)। | - | - | - | - |
कहकहा | पुंलिंग | - | - | - | - | जोर की हंसी, ठहाका। | - | - | - | - |
कहना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | पुंलिंग | पुंलिंग | शब्द द्वारा भाव व्यक्त करना; | सूचना देना अथवा घोषणा करना; | समझाना-बुझाना। | कथन, बात; | आदेश। |
कहाँ | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किस स्थान पर? किस स्थिति में? किस अवसर पर? | - | - | - | - |
कहानी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | कथा, किस्सा; | मनगढंत बात। | - | - | - |
कहावत | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | ऐसा बंधा हुआ लोक-प्रचलित कथन या वाक्य जिसमें कोई तथ्य या अनुभव की बात संक्षेप में चामत्कारिक ढंग से कही गई हो (प्रोवर्ब)। | - | - | - | - |
काँखना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | मल-त्याग के समय आँतों या पेट को इस प्रकार कुछ जोर से दबाना कि मुँह से 'आह' या 'ऊँह' शब्द निकले; | कठिन या विशेष परिश्रम का काम करते समय उक्त प्रकार की चेष्टा या शब्द करना। | - | - | - |
कांच | पुंलिंग | - | - | - | - | शीशा। | - | - | - | - |
कांटा | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | विशिष्ट प्रकार के पेड़-पौधों की डालियों आदि पर निकले हुए सुई की तरह नुकीले और कड़े अंकुर, कंटक; | तराजू; | धातु का एक उपकरण जिससे खाने की चीज़ें उठाकर खाई जाती हैं। | - | - |
कांति | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | चमक, आभा; | शोभा, सौन्दर्य। | - | - | - |
कांपना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | क्रोध, भय, शीत आदि के कारण शरीर का रह-रह कर हिलना, थरथराना। | - | - | - | - |
कागज | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | सन, बाँस चीथड़े आदि की लुगदी से बनाया गया पत्र जो लिखने-छापने आदि के काम आता है (पेपर); | ऐसा आवश्यक पत्र, प्रलेख आदि जिसका विधिक महत्व हो। | - | - | - |
काजल | पुंलिंग | - | - | - | - | तेल, घी आदि के जलने से होने वाले धुँए की कालिख जो सुरमे की तरह लाभ या सुन्दरता के लिए आँख में लगाई जाती है; अंजन। | - | - | - | - |
काट-छांट | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | किसी वस्तु का फालतू अंश काट कर अलग कर देने अथवा निकाल देने की क्रिया या भाव; | कमी-बेशी, घटाव, बढ़ाव। | - | - | - |
काटना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | औज़ार या शस्त्र आदि की धार से किसी वस्तु के दो या अधिक टुकड़े करना; | डंक मारना या दांत गड़ा कर घाव कर देना; | कलम की लकीर से किसी लिखावट को रद्द करना; | खंडन करना, अमान्य ठहराना। | - |
काठ | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | लकड़ी, काष्ठ; | जलाने की लकड़ी, ईंधन। | - | - | - |
काढ़ना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | किसी वस्तु के भीतर से कोई चीज बाहर निकालना, निकालना; | पत्थर, लकड़ी या कपड़े आदि पर बेल-बूटे बनाना। | - | - | - |
कातना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | रूई, ऊन, रेशम आदि बट कर धागा बनाना। | - | - | - | - |
काना | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जिसकी एक आंख खराब या विकृत हो गई हो या फूट गई हो; | वे फल आदि जिनका कुछ भाग कीड़ों आदि ने खा लिया हो। | - | - | - |
कानून | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | राज्य नियम, विधि; | किसी वर्ग या समाज में प्रचलित सर्वमान्य नियम या रूढ़ियाँ। | - | - | - |
काफी | विशेषण | स्त्रीलिंग | - | - | - | पर्याप्त, यथेष्ट। | एक प्रकार का पेय, कहवा। | - | - | - |
काम | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | अपने-अपने विषयों के भोग की ओर होने वाली इंद्रियों की स्वाभाविक प्रवृति; | इच्छा, अभिलाषा, कामना; | कार्य, कृत्य; | धंधा, व्यापार, नौकरी; | वास्ता, मतलब। |
कामधेनु | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | पुराणों में वर्णित एक प्रसिद्ध गौ जो सब प्रकार की कामनाएँ पूरी करने वाली मानी गई है, सुरभी (सुरभि)। | - | - | - | - |
कामना | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | अभीष्ट, हार्दिक इच्छा। | - | - | - | - |
कामयाब | विशेषण | - | - | - | - | जिसे सफलता प्राप्त हुई हो, सफल। | - | - | - | - |
कायम | विशेषण | - | - | - | - | स्थिर, पक्का, दृढ़। | - | - | - | - |
कायर | विशेषण | - | - | - | - | उत्साह, बल या साहस से रहित, भीरू, डरपोक। | - | - | - | - |
कायाकल्प | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | जिस क्रिया या व्यवस्था से काया की पूरी तरह शुद्धि हो जाए और वह अपना काम ठीक तरह से करने लगे; | औषध के प्रभाव से वृद्ध शरीर को पुन: तरुण और सबल करने की क्रिया या चिकित्सा। | - | - | - |
कारखाना | पुंलिंग | - | - | - | - | वह स्थान जहाँ यंत्रों आदि की सहायता से किसी वस्तु का वांछित परिमाण में उत्पादन किया जाता है। | - | - | - | - |
कारण | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | प्रेरक घटना या परिस्थिति; | हेतु, उद्देश्य, प्रयोजन, वजह। | - | - | - |
कारतूस | पुंलिंग | - | - | - | - | बंदूक, रिवाल्वर आदि में रखकर चलाई जाने वाली धातु, दफ्ती आदि की बनी हुई खोली, जिसमें धातु की गोली और बारूद भरा होता है। | - | - | - | - |
कारस्तानी (करिस्तानी) | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | किसी को हानि पहुँचाने के उद्देश्य से गुप्त रूप से की हुई कोई युक्ति, चालबाजी; | अनुचित काम, करतूत। | - | - | - |
कारावास | पुंलिंग | - | - | - | - | बंदीगृह में रहने का दंड। | - | - | - | - |
कारीगर | पुंलिंग | - | - | - | - | छोटे-मोटे उपकरणों की सहायता से वस्तुओं की रचना या मरम्मत करने वाला (आर्टीजन)। | - | - | - | - |
कार्य | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | वह जो किया जाए या किया गया हो, काम; | व्यवसाय, धंधा, नौकरी। | - | - | - |
कार्यकर्त्ता | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | काम करने वाला व्यक्ति; | कर्मचारी। | - | - | - |
कार्यकारिणी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | किसी संस्था आदि का कार्य चलाने वाली समिति। | - | - | - | - |
कार्यक्रम | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किसी उद्देश्य से किए जाने वाले कार्यें की पहले से तैयार की गई क्रम-सूची; | उक्त सूचि के अनुसार होने वाला कार्य। | - | - | - |
कार्यपालिका | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | शासन का वह विभाग जो संसद द्वारा पारित विधियों को कार्य रूप में परिणत करता तथा उनका निष्पादन करता हो (एक्जेक्टिव)। | - | - | - | - |
कार्यवाही (कार्रवाई) | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | किसी कार्य के संपादन के समय होने वाली या की जाने वाली आवश्यक क्रियाएँ; | - | - | - | - |
कार्यालय | पुंलिंग | - | - | - | - | वह स्थान या भवन जहाँ कार्य विशेष के निर्वाह के लिए कुछ लोग नियमित रूप से काम करते हैं, दफ्तर। | - | - | - | - |
काल | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | समय; | मौत, मृत्यु; | क्रियाओं से सूचित वह तत्व जिससे किसी घटना या बात के घटित होने के समय ज्ञान होता है। | - | - |
काला | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | जो काले रंग का हो, कृष्ण, श्याम; | जिसमें प्रकाश न हो, अंधकार पूर्ण; | अनुचित, कलंकित, लांछित। | - | - |
काला बाजार | पुंलिंग | - | - | - | - | कानून-विरोधी व्यापार (ब्लैक मार्किट) | - | - | - | - |
कालीन | पुंलिंग | विशेषण | - | - | - | ऊन, सूत आदि का बना हुआ एक प्रकार का मोटा बिछावन जिस पर रंग-बिरंगे बेल-बूटे आदि होते हैं, गलीचा। | काल विशेष से संबधित या उसमें होने वाला। | - | - | - |
काल्पनिक | विशेषण | विशेषण | - | - | - | मनगढ़ंत; | कल्पित, कल्पनाप्रसूत। | - | - | - |
काव्य | पुंलिंग | - | - | - | - | पद्यात्मक साहित्यिक रचना, कविता आदि। | - | - | - | - |
काश्तकार | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किसान, खेतिहर; | वह व्यक्ति जिसने जमींदार को लगान देकर उसकी जमीन पर खेती करने का स्वत्व प्राप्त किया हो। | - | - | - |
काष्ट | पुंलिंग | - | - | - | - | लकड़ी, काठ। | - | - | - | - |
किताब | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | पुस्तक, ग्रंथ। | - | - | - | - |
किनारा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किसी वस्तु का अंतिम छोर, सिंरा; | नदी या समुद्र का छोर, तट। | - | - | - |
किफायत | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | किसी चीज के उपयोग में या व्यय में की जाने वाली कमी, बचत। | - | - | - | - |
किरकिरा | विशेषण | - | - | - | - | वह वस्तु जिसमें महीन और कड़े कंकड, बालू आदि के कण मिले हों। | - | - | - | - |
किराना | पुंलिंग | - | - | - | - | पंसारी या बनिए की दुकान में मिलने वाला समान-दाल, मसालें आदि। | - | - | - | - |
किराया | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | भाड़ा; | किसी की अचल संपत्ति का उपयोग करने के बदले में उसे दिया जाने वाला धन। | - | - | - |
किरायेदार | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी की अचल संपत्ति किराये पर लेने वाला व्यक्ति। | - | - | - | - |
किलकारी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बच्चे की हर्ष ध्वनि। | - | - | - | - |
किला | पुंलिंग | - | - | - | - | दुर्ग, गढ़। | - | - | - | - |
किवाड़ | पुंलिंग | - | - | - | - | दरवाजे का पल्ला, कपाट। | - | - | - | - |
किशोर | विशेषण | - | - | - | - | बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच का अर्थात् ग्यारह से पंद्रह वर्ष तक की अवस्था का बालक। | - | - | - | - |
किसान | पुंलिंग | - | - | - | - | खेती करने वाला, कृषक। | - | - | - | - |
किस्त | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | किसी ऋण या देनदारी का वह भाग जो किसी निश्चित समय पर दिया जाय (इनस्टालमैंट)। | - | - | - | - |
किस्म | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | प्रकार, गुण, धर्म। | - | - | - | - |
किस्सा | पुंलिंग | - | - | - | - | विवरणात्मक रूप में लिखी या कही गई घटना, कहानी, वृत्तांत। | - | - | - | - |
कीचड़ | पुंलिंग | - | - | - | - | पानी मिली धूल या मिट्टी, पंक, कर्दम। | - | - | - | - |
कीट | पुंलिंग | - | - | - | - | रेंगने या उड़ने वाला छोटा जीव, कीड़ा। | - | - | - | - |
कीटाणु | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | बहुत छोटे कीड़े; | ऐसे बहुत छोटे कीड़े जो कई प्रकार के रोगों के मूल कारण माने जाते हैं। | - | - | - |
कीडा | पुंलिंग | - | - | - | - | उड़ने या रेंगने वाला छोटा जंतु, कीट। | - | - | - | - |
कीमत | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | दाम, मूल्य; | महत्व। | - | - | - |
कीमती | विशेषण | विशेषण | - | - | - | अधिक कीमत या मूल्य का, मूल्यवान; | महत्त्वपूर्ण। | - | - | - |
कीर्ति | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | यश, ख्याति। | - | - | - | - |
कुंज | पुंलिंग | - | - | - | - | झाड़ियों, लताओं आदि से घिरा हुआ, प्राय: गोलाकार स्थान। | - | - | - | - |
कुंजी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | वह उपकरण जिससे ताला खोला और बंद किया जाता है, चाबी, ताली; | ऐसी सहायक पुस्तक जिसमें किसी दूसरी कठिन पुस्तक के अर्थ स्पष्ट किए गए हों; | ऐसा सरल साधन जिससे कोई उद्देश्य सहज में सिद्ध हो। | - | - |
कुंभ | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | धातु, मिट्टी आदि का बना पानी रखने का एक पात्र, घड़ा, कलश; | ज्योतिष में ग्यारहवीं राशि; | प्रति बारहवें वर्ष मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध पर्व जो सूर्य और बृहस्पति की कुछ विशेष राशियों में प्रविष्ट होने के समय आता है। | - | - |
कुकर्म | पुंलिंग | - | - | - | - | बुरा काम, निंदनीय कर्म। | - | - | - | - |
कुचक्र | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी को हानि पहुंचाने के लिए बनाई गई छलपूर्ण योजना। | - | - | - | - |
कुचलना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | किसी पदार्थ को इस प्रकार पीसना कि वह बिलकुल महीन हो जाए; | आघात, प्रहार आदि से दबा कर घायल या बेकार कर देना; | रौंदना। | - | - |
कुछ | विशेषण | क्रिया विशेषण | सर्वनाम | सर्वनाम | - | थोड़ी संख्या या मात्रा का, अल्प, कम जरा-सा, थोड़ा-सा। | अज्ञात, अनिर्दिष्ट या अनिश्चित परिणाम, मात्रा या रूप में। | कोई अज्ञात अनिर्दिष्ट या अनिश्चित वस्तु या बात; | कोई हानिकारक चीज या बात। | - |
कुटिया | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | घास-फूस का बना छोटा मकान या घर, झोंपड़ी, कुटी; | साधु-संतों आदि के रहने की झोंपड़ी। | - | - | - |
कुटिल | विशेषण | विशेषण | - | - | - | टेढ़ा; | मन में छल, कपट, द्वेष आदि रखने और छिपकर बदला लेने वाला, कपटी, दुष्ट। | - | - | - |
कुटीर-उद्योग | पुंलिंग | - | - | - | - | ऐसे छोटे-मोटे काम जिन्हें लोग घर में ही करके जीविका निर्वाह के लिए धन कमा सकते हैं, घरेलू-उद्योग। | - | - | - | - |
कुटुंब | पुंलिंग | - | - | - | - | परिवार। | - | - | - | - |
कुढ़ना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | मन ही मन दुखी और विकल होना। | - | - | - | - |
कुतरना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | दांत से छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में काटना। | - | - | - | - |
कुतूहल | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किसी नई और अनोखी चीज को जानने के लिए मन में होने वाली प्रबल इच्छा, जिज्ञासा; | आश्चर्य। | - | - | - |
कुप्पी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | तेल, चिकनाई आदि रखने या डालने के लिए छोटा पात्र। | - | - | - | - |
कुबड़ा | पुंलिंग | - | - | - | - | ऐसा व्यक्ति जिसकी पीठ टेढ़ी हो गई हो या झुकी हुई हो (हंच बैक)। | - | - | - | - |
कुमकुम | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | केसर; | रोली। | - | - | - |
कुमुदिनी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | एक प्रकार का पौधा जिसमें कमल की तरह के सफेद पर छोटे-छोटे फूल लगते हैं तथा जो रात में खिलते हैं, कुई। | - | - | - | - |
कुम्हलाना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | मुरझाना; | चेहरे का रंग फीका पड़ना। | - | - | - |
कुल | पुंलिंग | विशेषण | - | - | - | खानदान, घराना, वंश। | पूरा सारा। | - | - | - |
कुल देवता | पुंलिंग | - | - | - | - | वह देवता जिसकी पूजा किसी कुल में परम्परा से होती आई हो। | - | - | - | - |
कुलीन | विशेषण | - | - | - | - | उच्च कुल में उत्पन्न, ख़ानदानी। | - | - | - | - |
कुल्हड़ | पुंलिंग | - | - | - | - | मिट्टि का बना हुआ छोटा पात्र। | - | - | - | - |
कुशल | विशेषण | विशेषण | पुंलिंग | - | - | चतुर, होशियार; | जिसने कोई काम अच्छी तरह करने की शिक्षा पाई हो, प्रशिक्षित (स्किल्ड)। | खैरियत, राजी-खुशी। | - | - |
कुश्ती | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | एक प्रसिद्ध भारतीय खेल जिसमें दो व्यक्ति अपने शारीरिक बल तथा दांव-पेच से एक दूसरे को चित करने का पयत्न करते हैं (रैस्लिंग)। | - | - | - | - |
कुष्ठ | पुंलिंग | - | - | - | - | एक संक्रामक रोग जिसमें शरीर की त्वचा, नसें आदि सड़ने-गलने लगती है; कोढ़। | - | - | - | - |
कुसुम | पुंलिंग | - | - | - | - | पुष्प, फूल। | - | - | - | - |
कूंची (कूची) | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | चित्रकार की वह कलम जिससे वह चित्रों में रंग आदि भरता है, तूलिका; | मूंज आदि का बनाया हुआ एक प्रकार का ब्रुश जिससे दीवारों पर पुताई की जाती है। | - | - | - |
कूंआ (कुआं, कुवां) | पुंलिंग | - | - | - | - | पानी निकालने के लिए जमीन में खोदा हुआ गहरा तथा गोल गड्ढा, कूप। | - | - | - | - |
कूटना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | किसी चीज को महीन करने के लिए उस पर भारी वस्तु से बार-बार मार करना; | ठोंकना, पीटना; | भूसी अलग करने के लिए धान को ऊखल (ओखली) में रख कर मूसल आदि से उस पर बार-बार आघात करना। | - | - |
कूटनीति | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | व्यक्तियों या राष्ट्रों के पारस्परिक व्यवहार में दांव-पेच की नीति, छिपी हुई चाल। | - | - | - | - |
कूदना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | किसी ऊँचे स्थान से नीचे स्थान की ओर बिना किसी सहारे के छलांग लगाना; | किसी काम या बात के बीच झट आ पहुंचना या दखल देना। | - | - | - |
कृतघ्न | विशेषण | - | - | - | - | उपकार को न मानने वाला | - | - | - | - |
कृतज्ञ | विशेषण | - | - | - | - | उपकार को मानने वाला | - | - | - | - |
कृतार्थ | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जिसका उद्देश्य सिद्ध हो गया हो; | जो अपने उद्देश्य के सिद्ध हो जाने के कारण संतुष्ट हो। | - | - | - |
कृत्रिम | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जो प्राकृतिक न हो, मानव निर्मित; | बनावटी, दिखावटी। | - | - | - |
कृपा | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | अनुग्रह, दया। | - | - | - | - |
कृषि | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | खेतों को जोतने-बोने और उनमें अन्न आदि उपजाने का काम, खेती-बारी; | फसल। | - | - | - |
केंद्र | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | किसी गोले या वृत के बीच का वह बिंदु जिससे उस गोले या वृत की परिधि का प्रत्येक बिंदु बराबर दूरी पर पड़ता है (सेंटर); | मध्य भाग; | वह मूल या मुख्य स्थान जहाँ से चारों ओर दूर-दूर तक फैले हुए कार्यों की व्यवस्था तथा संचालन होता है। | - | - |
केवल | विशेषण | क्रिया विशेषण | - | - | - | जिसका या जितने का उल्लेख किया जाए वही या उतना ही। | मात्र, सिर्फ | - | - | - |
केश | पुंलिंग | - | - | - | - | सिर के बाल। | - | - | - | - |
कै | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | उलटी, वमन। | - | - | - | - |
कैद | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | अपराधियों को दंड देने के लिए बंद स्थान में रखना, कारावास; | बंधन। | - | - | - |
कैदी | पुंलिंग | - | - | - | - | वह जिसे कैद अर्थात् बंधन में रखा गया हो, बंदी। | - | - | - | - |
कोंपल | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | पेड़-पौधों आदि में से निकलने वाली नई मुलायम पत्तियाँ, कल्ला। | - | - | - | - |
कोई | सर्वनाम | विशेषण | क्रिया विशेषण | - | - | दो या दो से अधिक वस्तुओं, व्यक्तियों आदि में से ऐसी वस्तु या व्यक्ति, जिसका निश्चित उल्लेख या परिज्ञान हो। | न जाने कौन एक, बहुतों में से चाहे जो एक | लगभग। | - | - |
कोठरी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | छोटा कमरा। | - | - | - | - |
कोठी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बहुत बड़ा, ऊँचा और पक्का मकान। | - | - | - | - |
कोतवाल | पुंलिंग | - | - | - | - | पुलिस का वह प्रधान कर्मचारी जिसके अधीन कई थाने और बहुत-से सिपाही होते हैं। | - | - | - | - |
कोतवाली | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कोतवाल का मुख्यालय। | - | - | - | - |
कोमल | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जिसके देखने, सुनने अथवा स्पर्श से प्रिय अनुभूति तथा सुखद संवेदन होता हो; | जो सहज में काटा, तोड़ा या मोड़ा जा सके। | - | - | - |
कोरा | विशेषण | - | - | - | - | जो अभी तक उपयोग या व्यवहार में न लाया गया हो, बिलकुल ताजा और नया। | - | - | - | - |
कोलाहल | पुंलिंग | - | - | - | - | बहुत से लोगों के बोलने अथवा चीखने-चिल्लाने से होने वाला घोर शब्द, शोर। | - | - | - | - |
कोल्हू | पुंलिंग | - | - | - | - | बीजों आदि को पैर कर उनका तेल और गन्ने आदि पेर कर रस निकालने का एक यंत्र। | - | - | - | - |
कोश (कोष) | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | वह ग्रंथ जिसमें किसी विशेष क्रम से शब्द और उनके अर्थ दिए हों, शब्द कोश; | इकट्ठा किया हुआ धन आदि। | - | - | - |
कोशकार | पुंलिंग | - | - | - | - | शब्द कोश के लिए शब्दों का संग्रह तथा उनका संपादन करने वाला। | - | - | - | - |
कोशिश | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | प्रयत्न, चेष्टा। | - | - | - | - |
कोषाध्यक्ष | पुंलिंग | - | - | - | - | वह कर्मचारी जिसके पास कोष रहता है, खजांची। | - | - | - | - |
कोष्ठक | पुंलिंग | - | - | - | - | (), [ ] और { } चिह्नो में से कोई एक जिसमें अंक शब्द, पद आदि विशेष स्पष्टीकरण के लिए संकेत रूप में अथवा ऐसे ही किसी और उद्देश्य से रखे जाते हैं। | - | - | - | - |
कोसना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | सताये जाने पर किसी की अशुभ कामना करना। | - | - | - | - |
कौंधना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कुछ क्षणों के लिए (बिजली का) चमकना। | - | - | - | - |
कौतुक | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | ऐसी अद्भुत या विलक्षण बात जिसे देखकर आश्चर्य भी हो और जिसे जानने की उत्सुकता भी हो; | मनोविनोद, दिल्लगी। | - | - | - |
कौन | सर्वनाम | सर्वनाम | - | - | - | एक प्रश्नवाचक सर्वनाम जो किसी वस्तु, व्यक्ति आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त होता है; | कोई व्यक्ति। | - | - | - |
क्या | सर्वनाम | क्रिया विशेषण, अव्यय | - | - | - | एक प्रश्नवाचक सर्वनाम जो उद्दिष्ट या अभिप्रेत वस्तु, किसी तथ्य, स्थिति आदि के संबंध में जिज्ञासा का भाव व्यक्त करता है या उसकी ओर संकेत करता है; | आश्चर्यजनक प्रसंगों में किसी प्रकार का आधिक्य या श्रेष्ठता सूचित करने वाला तथा उपेक्षासूचक प्रसंगों में तुच्छता या हीनता का बोध कराने वाला। | - | - | - |
क्यों | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किसी उद्देश्य, अधिकार अथवा कारण से, किसलिए। | - | - | - | - |
क्योंकि | अव्यय | - | - | - | - | कारण यह है कि, इसलिए कि। | - | - | - | - |
क्रम | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | कोई नियत या निश्चित पद्धति, तरतीब, सिलसिला; | उचित रूप या ठीक तरह से काम करने का ढंग। | - | - | - |
क्रमश: | क्रिया विशेषण | क्रिया विशेषण | क्रिया विशेषण | - | - | नियत क्रम के अनुसार, सिलसिलेवार; | एक-एक करके, बारी-बारी से (रेस्पेक्टिवली); | थोड़ा-थोड़ा करके। | - | - |
क्रय | पुंलिंग | - | - | - | - | मोल लेने या खरीदने की क्रिया या भाव, खरीद। | - | - | - | - |
क्रांति | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | एक दशा से दूसरी दशा में भारी परिवर्त्तन। | - | - | - | - |
क्रांतिकारी | पुंलिंग, विशेषण | - | - | - | - | क्रांति का प्रयत्न करने वाला। | - | - | - | - |
क्रिया | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | कोई कार्य चलते या होते रहने की अवस्था या भाव; | कोई काम करने का ढंग या विधि; | व्याकरण में वे शब्द जो किसी कार्य, घटना आदि के होने या किये जाने के वाचक होते हैं। | - | - |
क्रीड़ा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | आमोद-प्रमोद; | खेलकूद। | - | - | - |
क्रूर | विशेषण | - | - | - | - | निर्मम तथा हिंसक कार्य करने वाला, निर्दय। | - | - | - | - |
क्रोध | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी के अनुचित या अन्यायपूर्ण काम के फलस्वरूप मन में उत्पन्न होने वाला उग्र तथा तीक्ष्ण मनोविकार, कोप, गुस्सा। | - | - | - | - |
क्लेश | पुंलिंग | - | - | - | - | कष्ट पूर्ण मानसिक स्थिति, मनोव्यथा। | - | - | - | - |
क्षण | पुंलिंग | - | - | - | - | काल का एक बहुत छोटा परिमाण। | - | - | - | - |
क्षति | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | आघात या चोट लगने से होने वाला घाव; | हानि, घाटा। | - | - | - |
क्षतिपूर्ति | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | हानि या घाटे का पूरा होना। | - | - | - | - |
क्षत्रिय | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | हिन्दुओं के चार वर्णों में से दूसरा वर्ण; | उक्त वर्ण का पुरुष। | - | - | - |
क्षमता | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | सामर्थ्य; | कोई काम करने का गुण या पात्रता; | ग्रहण या धारण करने की पात्रता (कैपेसिटी)। | - | - |
क्षमा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | मन की वह भावना या वृत्ति जिससे मनुष्य दूसरे के द्वारा पहुँचाया हुआ कष्ट चुपचाप सहन कर लेता है और कष्ट पहुँचाने वाले के प्रति मन में कोई विकार नहीं आने देता; | किसी दोषी या अपराधी को बिना किसी प्रतिकार के छोड़ देने का भाव, माफ़ी। | - | - | - |
क्षय | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | क्रमश: तथा प्रकृतिश: होने वाला ह्रास; | नाश; | यक्ष्मा नामक रोग। | - | - |
क्षितिज | पुंलिंग | - | - | - | - | पृथ्वी तल के चारों ओर की वह कल्पित रेखा या स्थान जहाँ पर पृथ्वी और आकाश एक दूसरे से मिलते हुए जान पड़ते हैं (होराइजन)। | - | - | - | - |
क्षुधा | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | भोजन करने की इच्छा, भूख। | - | - | - | - |
क्षेत्र | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | जोता-बोया जाने वाला भूमि-खंड़, खेत; | प्राकृतिक, भौगोलिक, राजनीतीक आदि दृष्टियों से निर्दिष्ट भूभाग। | - | - | - |
क्षेत्रफल | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी क्षेत्र की लम्बाई और चौड़ाई को गुणन करने से निकलने वाला वर्गात्मक परिमाण, रकबा (एरिया।) | - | - | - | - |