हिरण्मय
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हिरण्मय ^१ वि॰ [सं॰]
१. सुनहरा । स्वर्णिम ।
२. सोने का बना हुआ । स्वर्णनिर्मित ।
हिरण्मय ^२ संज्ञा पुं॰
१. हिरण्यगर्भ । ब्रह्मा ।
२. एक ऋषि का नाम ।
३. जंबु द्धीप के नौ खंड़ों या वर्षों में से जो श्वेत और श्रृंगवान् पर्वततों के बीच कहा गया है ।
४. भागवत के अनुसार उक्त कंड या वर्ष का शासक, अग्नीध्र का पुत्र ।
हिरण्मय कोश संज्ञा पुं॰ [सं॰] आत्मा के सात आवरणों में से अंतिम आवरण ।