हिरण्यनाभ

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हिरण्यनाभ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. विष्णु ।

२. मैनाक पर्वत ।

३. बृहत्संहिता के अनुसार वह मकान जिसमें तीन बड़ी शालाएँ (कमरे) पूर्व, पश्चिम और उत्तर की ओर हों और दक्षिण की ओर कोई शाला न हो ।