हिरण्यनाभ संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. विष्णु । २. मैनाक पर्वत । ३. बृहत्संहिता के अनुसार वह मकान जिसमें तीन बड़ी शालाएँ (कमरे) पूर्व, पश्चिम और उत्तर की ओर हों और दक्षिण की ओर कोई शाला न हो ।