हुजुर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

हुजुर संज्ञा पुं॰ [अ॰ हुजूर]

१. किसी बड़े का सामीप्य । नजर का सामना । संमुख स्थिति । समक्षता । मुहा॰—(किसी के) हुजूर में=(बड़े के) सामने । आगे । जैसे—वह सब बादशाह के हुजूर में लाए गए ।

२. बादशाह या हाकिम का दरबार । कचहरी । यौ॰—हुजूर तहसील=सदर तहसील । वह तहसील जो जिले के प्रधान नगर में हो । हुजूर महाल=वह महाल जिसकी मालगुजारी सीधे सरकार के यहाँ दाखिल हो, लगान के रूप में किसी जमींदार को न दी जाती हो । वह जमीन जिसकी जमींदार सरकार हो ।

३. बहुत बड़े लोगों के प्रति संबोधन का शब्द ।

४. एक शब्द जिसके द्वारा अधीन कर्मचारी अपने बड़े अफसर को या नौकर अपने मालिक को संबोधन करते हैं ।