हुल
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हुल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] एक प्रकार का दोधारा छुरा ।
हुल ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शूल] पीड़ा । वेदना । कसक । उ॰—उर लीने अति चटपटी सुनि मुरली धुनि धाइ । हैँ हुलसी निकसी सु तौ गौ हुल सी हिय लाइ ।—पद्माकर ग्रं॰, पृ॰ ७५ ।
हुल † ^३ संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰ या ?] भीतर से बाहर की ओर आने का वेग ।