हूल
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हूल ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शूल]
१. भाले, डंडे, छुरे, आदि की नोक या सिरे को जोर से ठेलने अथवा भोंकने की क्रिया ।
२. लासा लगाकर चिड़िया फँसाने का बाँस ।
३. वमन करने की प्रवृत्ति । हुल्ल ।
४. हूक । शूल । पीड़ा । (छाती या हृदय की) । उ॰—कोकिल केकी कोलाहल हूल उठी उर में मति की गति लूली ।—केशव (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—उठना ।
हूल ^२ संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰ सं॰ हुलहुल]
१. कोलाहल । हल्ला । धूम ।
२. अस्तव्यस्तता । उलट पलट । परिवर्तन ।
३. हर्षध्वनि । आनंद का शब्द ।
४. युद्धाह्वान । ललकार ।
५. खुशी । आनंद । प्रसन्नता । यौ॰—हूलफूल ।