हेकड़ी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हेकड़ी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ हेकड़]
१. अधिकार या बल दिखाने कौ क्रिया या भाव । अक्खड़पन । उग्रता । जैसे —हेकड़ी मत दिखाओ, सीधे से बात करो ।
२. हुड़दंगई । जबरदस्ती । बलात्कार । जैसे,—अपनी हेकड़ी से वह दूसरों की चीजें ले लेता है । मुहा॰—हेकड़ी लेना = डींग हाँकना । बढ़ चढ़कर बातें करना । उ॰—चुप रह । बड़ी हेकड़ी की लेता है । चल उधर हट । फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ २२४ ।