हेमचंद्र
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हेमचंद्र ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ हेमचन्द्र]
१. इक्ष्वाकुवंशी एक राजा जो विशाल का पुत्र था ।
२. एक प्रसिद्ध जैन आचार्य । विशेष—इनका समय ईसवी सन् १०८९ और ११७३ के बीच माना जाता है । ये देवचंद्र सूरि के शिष्य थे और गुजरात के राजा कुमारपाल के गुरु थे । इनका एक नाम हेम सूरि भी था । इन्होंने व्याकरण और कोश के कई ग्रंथ लिखे हैं । जैसे,—अनेकार्थकोश, अभिधानचितामणि, संस्कृत और प्राकृत का व्याकरण, देशी नाममाला, उणदिसुत्रवृत्ति इत्यादि ।
हेमचंद्र ^२ वि॰ (रथ आदि) जो स्वर्णनिर्मित चंद्रमा से भूषित हो [को॰] ।