होठ संज्ञा पुं॰ [सं॰ ओष्ठ, प्रा॰, होट्ठ] दे॰ 'होँठ' । उ॰—भूषन उतारे साज मंडन के दूर डारे कंकन ही एक हाथ बाएँ राखि लीनी है । ताती ताती श्वासन बिनास्यो रूप होठन कौ नीको लाल रंग मारि फीको पारि दीनी है ।—शकुंतला, पृ॰ १०९ ।