होड़
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]होड़ ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देशी हुड्ड, होड्ड, हिं॰ होड़ या सं॰ हार ( = लड़ाई, विवाद)]
१. दूसरे के साथ ऐसी प्रतिज्ञा कि कोई बात यदि हमारे कथन के अनुसार न हो, तो हम हार मानें और कुछ दें । शर्त । बाजी । क्रि॰ प्र॰—बदना ।—लगाना ।
२. एक दूसरे से बढ़ जाने का प्रयत्न । किसी बात में दूसरे से अधिक होने का प्रयास । स्पर्धा ।
३. यह प्रयत्न कि जो दूसरा करता है, हम भी करेंगे । समान होने का प्रयास । बराबरी । उ॰—होड़ सी परी है मानो घन घनश्याम जू सों दामिनी को कामिनी को दोऊ अंक में भरैं ।—तोष (शब्द) । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।
४. हठ । अड़ । जिद ।
होड़ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ होड] तरेँदा । नाव । बेड़ा ।