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होनहार

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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होनहार ^१ वि॰ [हिं॰ होना + हारा (प्रत्य॰)]

१. जो होनेवाला है । जो अवश्य होगा । जो होने को है । भावी ।

२. जिसके बढ़ने या श्रेष्ठ होने की आशा हो । अच्छे लक्षणोंवाला । जिसमें भावी उन्नति के चिह्न हों । जैसे,—होनहार लड़का । उ॰—होनहार बिरवान के होत चीकने पात ।

होनहार ^२ संज्ञा पुं॰, स्त्री॰ वह बात जो होने की हो । वह बात जो अवश्य हो । वह बात जिसका होना दैवी विधान में निश्चित हो । होनी । भवितव्यता । उ॰—हमपर कीजत रोख काल- गति जानि न जाई । होनहार ह्वै रहै मिटै मेटी न मिटाई । होनहार ह्वै रहै मोह मद सबको छूटै । होय तिनूका बज्र, बज्र तिनका ह्वै टूटै ।—केशव (शब्द॰) ।