आवृत्ति
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]आवृत्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. बार बार किसी बात का अभ्यास । एक ही काम को बार बार करना । जैसे,— पाठ की आवृत्ति कर जाओ ।
२. पाठ करना । पढ़ना ।
३. घूमना । लौटना [को॰] ।
४. पलायन [को॰] ।
५. संसृति । संसार [को॰] ।
६. किसी पुपस्तक आदि का पुनर्मुद्रण । संस्करण । क्रि॰ प्र॰— करना ।— होना ।