कि
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कि ^१ क्रि॰ वि॰ [सं॰ किंम्] किस प्रकार? कैसे? उ॰—जगदंबा जहँ अवतरी, मो पुर वरणि कि जाय । ऋद्धि सिद्धि संपत्ति सुख, नित नूतन अधिकाय ।—तुलसी (शब्द॰) ।
कि ^२ अव्य॰ [फा॰ कि]
१. एक संयोजक शब्द जो कहना, वर्णन करना, देखना, सुनना इत्यादि क्रियाओं के बाद उनके विषयवर्णन के पहले आता है । जैसे,—(क) उसने कहा कि मैं नहीं जाऊँगा । (ख) राम ने देखा कि आगे एक साँप पड़ा है । (ग) जब उसने सुना कि उसका भाई मर गया, तब वह भी सन्यासी हो गया ।
२. तत्क्षण । त्काल । तुरंत । जैसे,—(क) मै जानै ही को था कि वह आ गया । (ख)