गल्ला
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]गल्ला ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ गुल, हिं॰ गुल्ला; जैसे हल्ला गुल्ला] शोर । हौरा उ॰—हल्ला परचो अवध महल्ला ते महल्ला मध्य गल्ला मच्यो बाहर हू जनम कुमार को—रघुराज (शब्द॰) ।
गल्ला ^२ संज्ञा पुं॰ [फा॰ गल्लह] झुंड । दल । विशेष—इस शब्द का प्रयोग प्रायः चरनेवाले पशुओं के लिये होता है । जैसे,—गाय भैंस का गल्ला । भैड़ बकरियों का गल्ला ।
गल्ला ^३ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गोल] एक प्रकार का बेत जिसे गोला भी कहतें हैं ।
गल्ला ^४ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गाल] उतना अन्न जितना एक बार चक्की में पीसने के लिये डाला जाय । कौरी ।
गल्ला ^५ संज्ञा पुं॰ [अ॰ गल्लह] [वि॰ गल्लई]
१. जोतने बोने से उत्पन्न होनेवाले पौधों के फल, फूल आदि की उपज । फसल । पैदावार । उपज ।
२. अन्न । अनाज । यौ॰—गल्लाफरोश ।
३. वह धन जो दूकान पर नित्य की विक्री से मिलता है । धनराशि । गोलक ।
४. मद । फंड । खाता ।