छड़ी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]छड़ी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ छड़]
१. सीधी पतली लकड़ी । पतली लाठी ।
२. लहँगे, पाजामे आदि में गोखरू, चुटकी आदि की सिधी टँकाई ।—(दरजी) ।
३. झड़ी जिसे लोग मुसलमान पीरों की मजार पर चढ़ाते हैं । सद्दा । झंड़ी । जैसे, मदार की छड़ी ।
४. गुड़िया पीटने या चौथी छुड़ाने की पतली लकड़ी ।
छड़ी ^२ वि॰ स्त्री॰ [हिं॰ छाँड़ना] अकेली । एकाकिनी । मुहा॰—छड़ी छटाँक या छड़ी सवारी = (१) बिना किसी संगी साथी के । अकेले । एकाकी । (२) बिना कोई बोझ या असबाब लिए । तन तनहा ।