जिला
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जिला ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰]
१. चमक दमक । ओप । पानी । मुहा॰—जिला करना या देना=किसी वस्तु को माँजकर तथा रोगन आदि चढ़ाकर चमकाना । सिकली करना । जैसे,— हथियारों पर जिला देना, तलवार पर जिला देना । यौ॰—जिलाकर=सिकलीगर ।
२. माँजकर तथा रोगन आदि चढ़ाकर चमकाने का कार्य । झलकाने की क्रिया । ओप देने का कार्य ।
जिला ^२ संज्ञा पुं॰ [अ॰ जिलअ]
१. प्रांत । प्रदेश ।
२. भारतवर्ष में किसी प्रांत का वह भाग जो एक कलक्टर या डिप्टी कमिश्नर के प्रबंध में हो ।
३. किसी इलाके का छोटा विभाग या अंश । यौ॰—जिलादार ।
४. किसी जमींदार के इलाके के बीच बना हुआ वह मकान जिसमें वह या उसके आदमी तहसील वसूल आदि के लिये ठहरते हों ।
जिला जज संज्ञा पुं॰ [अ॰ जिलअ + अं॰ जज] जिले का प्रधान न्यायाधीश । जिलाधीश ।
जिला मैजिस्ट्रेट संज्ञा पुं॰ [अ॰ + अं॰] जिले के बड़ा हाकिम जो फौजदारी मामलों का फैसला करता है । जिला हाकिम । विशेष—हिंदुस्तान में जिले का कलक्टर और मैजिस्ट्रेट एक ही मनुष्य होता है जो अपने दो दो पदों के कारण दो नामों से पुकारा जाता है । मालगुजारी संबंधी कार्यों का अध्यक्ष (प्रधान) होने से कलक्टर और फौजदारी मामलों का फैसला करने के कारण वह मैजिस्ट्रेट कहलाता है ।