बधाई
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]बधाई संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ बर्द्धापन, पि॰ बढ़ना बढ़ती, बढ़ाई]
१. बृदि्ध । बढ़ती ।
२. पुत्रजन्म पर होनेवाला आनंद मंगल । बेटा होने का उत्सव या खुशी ।
३. मंगल अवसर का गाना बजाना । मंगलाचार । उ॰—नंद घर बजति अनंद बधाई ।—सूर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—बजना ।
४. आनंद । मंगल । उत्सव । खुशी । चहल पहल ।
५. किसी संबंधी, इष्ठ मित्र आदि के यहाँ पुत्र होने पर आनंद प्रकट करनेवाला वचन या संदेशा । मुबारकबाद । क्रि॰ प्र॰—देना ।
६. इष्ट मित्र के शुभ, आनंद या सफलता के अवसर पर आनंद प्रकट करनेवाला वचन या संदेसा । मुबारकबाद । जैसे, (क) जीत होने की बधाई । (ख) तुम्हें इसकी बधाई । क्रि॰ प्र॰—देना ।
७. उपहार जो मंगल या शुभ अवसर पर दिया जाय । मुहा॰—बधाई या बधाय बँटना=परस्पर खुशी में एक दूसरे को बधाई देना । उ॰—बाँटि बधाय दिल्ली सहर जीते आवत राज । द्रव्य पटंबर विविध दिय बज्जा जीत सु बाज ।—पृ॰ रा॰,१९ । २५० ।