बिरादरी संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰] १. भाईचारा । बंधुत्व । २. जातीय समाज । एक ही जाति के लोगों का समूह । मुहा॰—बिरादरी से बाहर या खारिज होना = जाति से बहिष्कृत होना । जातिच्युत होना ।