यतीम संज्ञा पुं॰ [अं॰] १. मातृ-पितृ-बिहीन । जिसके माता पिता न हों । अनाथ । २. कोई अनुपम और अद्वितीय रत्न । ३. वह बड़ा मोती, जिसके विषय में प्रसिद्ध है कि यह सीप में एक ही निकलता है ।