सुनाना क्रि॰ स॰ [हिं॰ सुनना का प्रेर॰ रूप] १. दूसरे को सुनने में प्रवृत्त करना । कर्णगोचर कराना । श्रवण कराना । २. खरी- खोटी करना । जैसे,—तुमने भी उसे खूब सुनाया । संयो॰ क्रि॰—डालना ।—देना ।