हत्या
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]हत्या संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. मार डालने की क्रिया । वध । खून । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।
२. वध करने का पाप । हत्या करने का दोष (को॰) । मुहा॰—हत्या लगना = हत्या का पाप लगना । किसी के बध का दोष ऊपर आना । जैसे,—गाय मारने से हत्या लगती है । हत्या लेना = हत्या का पाप ओढ़ना । उ॰—एहू कहँ तसि मया करेहू । पुरवहु आस कि हत्या लेहू ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ २६२ ।
३. अत्यंत दुर्बल और कमजोर प्राणी ।
४. हैरान करनेवाली बात । झंझट । बखेड़ा । जैसे,—(क) कहाँ की हत्या लाए, हटाओ । (ख) चलो, हत्या टली । मुहा॰—हत्या टलना = झंझट दूर होना । हत्या सिर मढ़ना या लगाना = बखेड़े का काम देना । झंझट लादना ।