हरमल संज्ञा पुं॰ [देश॰] डेढ़ दो हाथ ऊँची एक प्रकार की झाडी़ । विशेष—यह झाड़ी सिंध, पंजाब, काश्मीर और दक्षिण भारत में बहुतायत से पाई जाती है । इसकी पत्तियाँ ओषधि के रूप में काम आती हैं और उसके बीजों से एक प्रकार का लाल रंग निकलता है ।