जय
जय शब्द के हिन्दी में कई अर्थ होते हैं परन्तु मुख्य अर्थ होता है किसी की प्रशंसा करना। इसका देश- प्रेम, राजनैतिक नारों अत्यादी अथ्वा भजन-कीर्तन में भगवान की प्रशंसा हेतु बहुत प्रयोग होता है।
उदाहरण
- शंकर भगवान कि जय!
- जय जय जय बजरंग बली
- जय हिन्द
- भारत माता की जय
- सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय
- जय जय श्री हनुमान
मूल
अन्य अर्थ
- इसका प्रयोग नाम के रूप में भी होता है। उदारहण: जय सिंह
संबंधित शब्द
हिंदी में
अन्य भारतीय भाषाओं में निकटतम शब्द
- victory
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
जय संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. युद्ध, विवाद आदि में विपाक्षियों का परा- भव । विरोधियों को दमन करके स्वत्व या महत्व स्थापन । जीत । विशेष—संस्कृत में जय शब्द पुंलिंग है कितु 'जीत' विजय अर्थ में हिंदी में इसका प्रयोग स्त्रीलिंग में ही मिलता है । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । मुहा॰—जय मनाना = विजय की कामना करना । समृद्धि चाहना । जय हो = आशीर्वाद जो ब्राह्माण लोग प्रणाम के उत्तर में देते हैं । विशेष—आशीर्वाद के अतिरिक्त इस शब्द का प्रयोग देवताओं की अभिवंदना सूचित करने के लिये भी होता है और जिसमें कुछ याचना का भाव मिला रहता है । जैसे, जय काली की, रामचंद्र जी की जय । उ॰—जय जय जगजननि देवि, सुरनर मुनि असुर सेव्य, भुक्ति भुक्ति दायिनी जय हरणि कालिका ।—तुलसी (शब्द॰) । यौ॰—जय गोपाल । जय श्रीकृष्ण । जय राम, आदि (अभिवादन वचन) ।
२. ज्योतिष के अनुसार वृहस्पाति के प्रौष्ठपद नासक छठे युग का तीसरा वर्ष । विशेष—फलित ज्योतिष के अनुसार इस वर्ष में बहुत पानी बरसता है और क्षत्रिय, वैश्य आदि को बहुत पीड़ा होती है ।
३. विष्णु के एक पार्षद का नाम । विशेष—पुराणों में लिखा है कि सनकादिक ने भगवान के पास जाने से रोकने पर क्रोध करके इसे और इसके भा ई विजय को शाप दिया था । उसी से जय को संसार में तीन बार हिरण्याक्ष, रावण और शिशुपाल का अवतार तथा विजय को हिरण्यकशिपु, कुंभकर्ण और कंस का जन्म ग्रहण करना पड़ा था ।
४. महाभारत या भारत ग्रंथ का नाम ।
५. जयंती या जैत के पेड़ का नाम ।
६. लाग ।
७. युधिष्ठिर का उस समय का बनाबटी नाम जब वे विराट के यहाँ अज्ञातवास करते थे ।
८. अयन ।
९. वशीकरण ।
१०. एक नाग का नाम जिसका वर्णन महाभारत में आया है ।
११. भागवत के अनुसार दसवें सन्वंतर के एक ऋषि का नाम ।
१२. विश्वामित्र के एक पुत्र का नाम ।
१३. धृतराष्ट्र के एक पुत्र का नाम ।
१४. राजा संजय के एक पुत्र का नाम ।
१५. उर्वशी के गर्भ से उत्पन्न परुवसु के एक पुत्र का नाम ।
१६. वह मकान जिसका दरवाजा दक्खिन की तरफ हो ।
१७. सूर्य ।
१८. अरणी या अग्निमंथ नाम का पेड़ ।
१९. इब्र ।
२०. इंद्र का पुत्र जयंत । विशेष—पुराणों आदि में और भी बहुत से 'जय' नामक पुरुषों के वर्णन आए है ।
जय ^२ वि॰ (समास में प्रयुक्त) विजयी । जीतनेवाला । जैसे, मृत्युंजय (=मृत्यु को जीतनेवाला) ।