पाक
क्रिया
विशेषण
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
पाक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पकाने की क्रिया । रींधना ।
२. पकने वा पकाने की क्रिया या भाव ।
३. पका हुआ अन्न । रसोई । पकवान । उ॰—भोजन भूँजाई बिवध, बिंजन पाक सुरंग । रा॰ रू॰, पृ॰ ३०३ । यौ॰—पाककर्म, पाकक्रिया = पकाना । रींधना । पकाने का काम । पाकपंडित = रसोई बनाने में दक्ष । पाकपात्र = दे॰ 'पाकभांड' । पाकपुटी । पाकभांड । पाकशाला । पाकागार ।
४. वह औषध जो मिस्त्री, चीनी या शहद् की चाशनी में मिलाकर बनाई जाय । जैसे, शुंठी पाक ।
५. खाए हुए पदार्थ के पचाने की क्रिया । पाचन । यौ॰—पाकस्थली ।
६. एक दैत्य जिसे इंद्र ने मारा था । यौ॰—पाकरिपु । पाकशासन ।
७. वह खीर जो श्राद्ध में पिंडदान के लिये पकाई जाती है ।
८. फोड़ा । व्रण (को॰) ।
९. परिणति । पल । नतीजा (को॰) ।
१०. उलूक । उल्लू (को॰) ।
११. वृद्धावस्था के कारण केशों का श्वेत होना (को॰) ।
११. गृह्वाग्नि । गृह की अग्नि (को॰) ।
१२. पाक का पात्र (को॰) ।
१३. अनाज । अन्न (को॰) ।
१४. बुद्धि की परिपक्व अवस्था (को॰) ।
१५. भीति । आतंक । (को॰) ।
१६. उलट फेर । परिवर्तन (को॰) ।
पाक ^२ वि॰
१. पक्व । पका हुआ ।
२. स्वल्प । लघु । अल्प ।
३. बुद्धिमान् । जिसकी बुद्धि परिपक्व हो ।
४. प्रशंसा के योग्य ।
५. अकृत्रिम । निष्कपट । शुद्धात्मा ।
६. अज्ञ । अनभिज्ञ । अप्राज्ञ [को॰] ।
पाक ^३ वि॰ [फा़॰]
१. पवित्र । शुद्ध । सुथरा । परिमार्जित । मुहा॰—पाक करना = (१) धार्मिक विधि के अनुसार किसा वस्तु को धोकर शुद्ध करना । (२) जबह किए हुए पशु या पक्षी के पास से पर, रोएँ आदि दूर करना ।
२. पापरहित । निर्मल । निर्दोष । यौ॰—पाकदामन । पाकसाफ ।
३. जिसका कोई अंग शेष न रह गया हो । समाप्त । बेबाक । मुहा॰—झगड़ा पाक करना = (१) किसी ऐसे कार्य को समाप्त कर डालना जिसके लिये विशेष चिंता रही हो । (२) किसी बाधा को हटाकर या शत्रु को मारकर निश्चिंत हो जाना । झगड़ा तै होना । कोई कार्य समाप्त हो जाना । कोई बाधा दूर हो जाना । (३) मार डालना ।
४. साफ । जैसे—यह सब झगड़ा से पाक है ।
पाक परवरदिगार संज्ञा पुं॰ [फा़॰] ईश्वर । अल्लाह ।