पकना
दिखावट
यह लेख एकाकी है, क्योंकि इससे बहुत कम अथवा शून्य लेख जुड़ते हैं। कृपया सम्बन्धित लेखों में इस लेख की कड़ियाँ जोड़ें। (मार्च २०१४) |
क्रिया
अनुवाद
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
पकना क्रि॰ अ॰ [सं॰ पक्व, हिं॰ पक्का, पका + ना (प्रत्य॰)]
१. पक्वावस्था को पहुँच जाना । कच्चा न रहना । अनाज, फल आदि का पुष्ट होकर काटने या खाने के योग्य होना । ऐसी अवस्था को पहुँचना जिसमें स्वाद, पूणता आदि आ जाती है । जैसे, आम पकना, खेत में अनाज पकना ।