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- खिच़ड़ी ^१ वि॰ [सं॰ कृसर] १. मिला जुला । गड्डमड्ड । २. गड़बड़ । जैसे,—खिचड़ी बोली या भाषा ।...५०० B (१६ शब्द) - १७:२७, २४ मई २०१६
- खिचड़ी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कृसर] १. एक में मिलाया या मिलाकर पकाया हुआ दाल और चावल । क्रि॰ प्र॰—उतारना ।—चढ़ाना ।—डालना ।—भूतना ।— पकाना । मुहा॰—पकना...३ KB (१८७ शब्द) - २१:१३, १७ अगस्त २०२१
- तहरी संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] १. पेठे की बरी और चावल की खिचड़ी । २. मटर की खिचड़ी । ३. कालीन बुननेवालों की ढरकी ।...५५७ B (२१ शब्द) - ०१:०३, २५ मई २०१६
- कृशरान्न संज्ञा पुं॰ [सं॰] खिचड़ी ।...३५० B (५ शब्द) - १६:४५, २४ मई २०१६
- खेचरान्न संज्ञा पुं॰ [सं॰] खिचड़ी ।...३४८ B (५ शब्द) - २२:५८, २१ मई २०१७
- मिश्रोदन संज्ञा पुं॰ [सं॰] खिचडी़ ।...३५० B (५ शब्द) - १२:५२, २५ मई २०१६
- कृशर संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ कृशरा] १. तिल और चावल की खिचड़ी । २. खिचड़ी । ३. लोबिया मटर । केसारी । दुबिया ।...५५४ B (१९ शब्द) - २२:५४, २१ मई २०१७
- तिलान्न संज्ञा पुं॰ [सं॰] तिल की खिचड़ी ।...३६४ B (७ शब्द) - ०१:१८, २५ मई २०१६
- कबूली संज्ञा स्त्री॰ [फा॰ क़बूली] चने की दाल की खिचड़ी अथवा पुलाव ।...४३२ B (१२ शब्द) - १५:३४, २४ मई २०१६
- बाहड़ी संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] वह खिचड़ी जो मसला और कुम्हड़ौरी डालकर पकाई गई हो ।...४६४ B (१४ शब्द) - १०:१६, २५ मई २०१६
- कड़ुईरोटीया खिचड़ी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] वह भोजन जो मृतक के घर के प्राणियों के पास उसके संबंधी दो तीन दिनों तक भेजते हैं ।...५७५ B (२३ शब्द) - १५:२३, २४ मई २०१६
- खिचरी ^१ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ खिचड़ी] दे॰ 'खिचड़ी' । खिचरी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ खेचरी] दे॰ 'खेचरी मुद्रा' । उ॰—छव चक्र औ पाँचौ मुंद्रा । खिचरी भोचरी...७२६ B (३१ शब्द) - १७:२७, २४ मई २०१६
- खिचड़वार ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ खिंचड़ी+ वार] मकर संक्राति । इस दिन खिचड़ी दान की जाती है ।...४८४ B (१६ शब्द) - १७:२७, २४ मई २०१६
- बुखारचा संज्ञा पुं॰ [फा॰ बुखारचह्] १. खिचड़ी के आगे का छोटा बरामदा । २. कोठरी के अदंर तख्तों आदि की बनी हुई छोटी कोठरी ।...५७९ B (२३ शब्द) - १०:३३, २५ मई २०१६
- तिलचावली ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ तिल + चावल] तिल और चावल की खिचड़ी । तिलचावली ^२ वि॰ स्त्री॰ जिसका कुछ अँश सफेद और कुछ काला हो । जैसे, तिलचावली दाढ़ी ।...६४१ B (२७ शब्द) - ०१:१७, २५ मई २०१६
- खीच पु † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'खिचडी' उ॰— करमाँबाई खीच पवायो उध परभात सबारे । शुचि संजम किरिया नहिं देखी प्रेम भक्ति के प्यारे । — राम॰ धर्म॰, पृ॰...६५२ B (२७ शब्द) - १७:२८, २४ मई २०१६
- गर्व । अभिमान । दे॰ 'फखर' । उ॰— मिश्र जी भी चलते चलते अपनी ढाई चावलों की खिचड़ी पकाते रहे । वह सरकार के आदमी हैं, इसपर उनको फख्र भी है ।— काले॰, पृ॰ ४२...७०७ B (३५ शब्द) - ०९:१६, २५ मई २०१६
- सहनशील हो । सीधा । गंभीर । शांत । हलीम ^३ संज्ञा पुं॰ १. एक प्रकार का खाना (खिचड़ी) जो मुहर्रम में बनाता है । (मुसलमान) । २. मोटा पशु (को॰) । ३. अल्लाह । ईश्वर...१,००४ B (५५ शब्द) - २३:२३, २६ मई २०१६
- ४. वह अन्न जिसमें दो भाग या दल हों; जैसे—चना, उर्द, मटर आदि । ५. वन कुलथी । ६. सूर्य का एक पारिपार्श्वक । ७. खिचड़ी । ८. काँजी । ९. एक प्रकार का रोग ।...८५० B (४३ शब्द) - २२:५३, २१ मई २०१७
- कर्मा ] एक भक्तिन का नाम । विशेष — इसका मंदिर जगन्नाथ जी में बना है । इसकी खिचड़ी जगन्नाथ जी को भोग लगती है । करमा ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कैमा ] दे॰ ' कैमा'...८८३ B (४८ शब्द) - १५:४०, २४ मई २०१६