घास
घास
संज्ञा
घास
- एक एकबीजपत्री हरा पौधा
पर्यायवाची
अनुवाद
यह भी देखिए
- घास (विकिपीडिया)
उच्चारण
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
घास ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] १ आहार । खाद्यपदार्थ ।
२. चार । तृण । यौ॰—घासकुंद, घासस्था=चरागाह । घासकूट=पुआल की गाँज । तृणस्तूप ।
घास ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ घासि]
१. पृथ्वी पर उगनेवाले छोटे छोटे उदिभद् जिन्हें चौपाए चरते हैं । तृण । चारा । क्रि॰ प्र॰—काटना ।—चरना ।—छीलना । यौ॰—घास पात=(१) तृण और वनस्पति । (२) खर पतवार । कूड़ा करकट । घास फूस=(१) कूड़ा करकट । खर पतवार । (२) बेकाम चीज । मुहा॰—घास काटना या खोदना=(१) तुच्छ काम करना । छोटा और सहज काम करना । (२) व्यर्थ काम करना । निरर्थक प्रयत्न करना । उ॰—तुम सों प्रेमकथा को कहिबो मनो काटिबो घास ।—सूर (शब्द॰) । (३) किसी काम को बेपरवाही से जल्दी जल्दी करना । घास खाना=पशु बनना । पशु के समान हो जाना । घास छीलना=(१) खुरपे से घास को जड़ के पास से काटना । (२) दे॰ 'घास काटना' ।
२. एक प्रकार का रेशमी कपड़ा ।
३. कागज पन्नी आदि के महीन कटे हुए टुकड़े जो ताजिए या और किसी वस्तु पर सजावट के लिये चिपकाए जाती हैं ।