अंदाज
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संज्ञा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंदाज संज्ञा पुं॰ [फा॰ अंदाज]
१. अटकल । अनुमान । उ॰—गुप्त जी एक युग पगले का मध्यवर्गीय संतोष हमें सिखाते हैं, उन्है आज की आग का अंदाज नही है ।—जय॰ प्र॰, पृ॰ ८ ।
२. कान । नापजोख । कुत । तखमीना ।
३. ढब । ढंग । तौर । तर्ज । उ॰—इस्से यह बात नहीं निकल्ती कि बिलकुल मेहनत न करो सब काम अंदाज सिर करने चाहिए ।—श्रीनिवास ग्रं॰, पृ॰ १८५ । क्रि॰ प्र॰—करना ।—लगाना ।—होना । मुहा॰—अंदाज उड़ाना = दुसरे की चाल ढाल पकड़ना । पुरी पुरी नकल करना ।
४. मटक । भाव नाज । चेष्टा । ठसक । उ॰—अंदाज अपना देखते हैं आइने में वोह । और ये भी देखते हैं कोई देखता न हो ।—शेर॰, भा॰१, पृ॰ ६०९ ।