अटकल संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अट=घूमना+कल्=गिनना] १. अनुमान । कल्पना ।२. अंदाज । तखमीना । कूत । उ॰—वह करोंड़ों रुपए के अटकल अकेले दान विषय में व्यय करना है ।—प्रेमघन॰ भा॰ २, पृ॰ २२८ । क्रि॰ प्र॰—करना ।—बैठना ।—लगाना ।