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  • हुजूरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ हुजूर+ हिं॰ ई॰ (प्रत्य॰)] १. बड़े का सामीप्य या समक्षता । नजर का सामना । २. उपस्थिति । हाजिरी । मौजूदगी । हुजूरी ^२ संज्ञा...
    ८९८ B (४१ शब्द) - २३:४०, २६ मई २०१६
  • हुजुर संज्ञा पुं॰ [अ॰ हुजूर] १. किसी बड़े का सामीप्य । नजर का सामना । संमुख स्थिति । समक्षता । मुहा॰—(किसी के) हुजूर में=(बड़े के) सामने । आगे । जैसे—वह...
    २ KB (११२ शब्द) - २३:४०, २६ मई २०१६
  • हजूर ^२ संज्ञा पुं॰ [अ॰ हुजूर] दे॰ 'हुजूर' । हजूर ^३ वि॰ [अ॰] त्रस्त । भयभीत । डरा हुआ या डरनेवाला [को॰] ।...
    ५१४ B (१९ शब्द) - २३:१०, २६ मई २०१६
  • जाँबख्शी संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰] प्राणदान । जीवनदान । उ॰—हुजूर यह गुलाम का लड़का है । हूजूर इसकी जाँबख्शी करें, हूजूर का पुराना गुलाम हूँ ।—काया॰, पृ॰ १९५ ।...
    ६५९ B (२५ शब्द) - २०:२४, २४ मई २०१६
  • हजूरा पु अव्य॰ [अ॰ हुजूर] हुजूर में । समीप या पार्श्व में । उ॰— (क) चौवा चंदन कर्पूरा । कस्तुरी अग्र हजूरा ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १२८ । (ख) भक्त होय...
    ७९२ B (४० शब्द) - २३:१०, २६ मई २०१६
  • खुदावंद संज्ञा पुं॰ [फा॰ खुदाबंद] १. ईश्वर । मालिक । अन्नदाता । ३. हुजूर । साहेब । जनाब । श्रीमान्—(संमानसूचक) ।...
    ५५९ B (१५ शब्द) - १७:३०, २४ मई २०१६
  • तनाउल संज्ञा पुं॰ [अ॰ तनावुल] भोजन करना । उ॰—हुजूर को खासा तनाउल फर्माने को नावक्त हुआ जाता है ।— प्रेमघन॰, पृ॰ ८५ ।...
    ५५७ B (२१ शब्द) - ००:५०, २५ मई २०१६
  • नकसिक † संज्ञा पुं॰ [सं॰ नखशिख] दे॰ 'नखशिख' । उ॰— हुजूर नकसिक से कितनी दुरुस्त हैं ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ ५ ।...
    ५२९ B (१९ शब्द) - ०३:३३, २५ मई २०१६
  • खासतहसील संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ खास तहसील] वह तहसील जो उस स्थान में हो, जहाँ स्वयं राजा या प्रांत का शासक रहता हो । हुजूर तहसील । जिला तहसील ।...
    ६११ B (२६ शब्द) - १७:२६, २४ मई २०१६
  • डीवट † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ डीवट] दे॰ 'दीवट' । उ॰—हुजूर यह पुराने फैशन की डीवट तो हटाइए । लैंप मँगवाइए ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ १५६ ।...
    ५८७ B (२३ शब्द) - २१:२३, २४ मई २०१६
  • शरमहुजूरी संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ शर्म॰ + फ़ा॰ हुजूर] ऐसा लज्जा या मुरव्वत जो वास्तविक न हो, केवल किसी के सामने आ जाने से उत्पन्न हो । मुँह देखे का लाज ।...
    ६३५ B (२८ शब्द) - ११:०४, २६ मई २०१६
  • मतलब है खुदा के जैसा या खुदा के समान खुदावंद संज्ञा पुं॰ [फा॰ खुदाबंद] १. ईश्वर । मालिक । अन्नदाता । ३. हुजूर । साहेब । जनाब । श्रीमान्—(संमानसूचक) ।...
    ७४८ B (३१ शब्द) - १६:०९, ९ अप्रैल २०२१
  • वि॰ [फा॰ ना + अ॰ खलफ] जो लडका बाप के सदाचार पर न चले । कपूत । उ॰— वज्रधर हुजूर नाखलफ हैं,और क्या कहू, खुदा सातवें दुश्मन को भी ऐसी औलाद न दे ।— काया॰,...
    ६६९ B (३५ शब्द) - ०३:५५, २५ मई २०१६
  • हजुरी ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ हुजूर] [स्त्री॰ हजूरी] किसी बादशाह या राजा के सदा पास रहनेवाला सेवक । चाकर । दास । उ॰—सचु जोग प्रानपति पूरी । नानक जीगी भया हजूरी...
    ७०१ B (३१ शब्द) - २३:१०, २६ मई २०१६
  • होती है । भरी † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ भड़काना] बहकावा । दे॰ 'भड़ी' । उ॰— हुजूर भी इम भरी में आ जाते हैं । खैर जाने दीजिए इस झगड़े को ।— सेर॰, पृ॰ ३६ ।...
    ८०६ B (४५ शब्द) - ११:०७, २५ मई २०१६
  • पड़ना । मुहा॰— पिलच पड़ना = एकाएक आक्रमण कर देना । टूट पड़ना । उ॰—बन्तो-ना हुजूर, लौंडी न जाने की । मेरे ही पीछे पड़ जायगी और पिलच पडे़गी । बंदी दरगुजरी...
    ८२६ B (४२ शब्द) - ०७:३४, २५ मई २०१६
  • संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ रेपस्] कलंक । धब्बा । दोष । खराबी । उ॰—मेरी यही अर्ज है हुजूर के मेरी पेंशन पर रेप न आए ।—काया॰, पृ॰ १९६ । मुहा॰—रेप लगाना = कलंक लगाना...
    ८६४ B (४५ शब्द) - ०७:३७, २६ मई २०१६
  • मुंदर † संज्ञा पुं॰ [सं॰ मुद्रा] दे॰ 'मुद्रा' या 'मुँदरा' । उ॰—है हुजूरि कति दूरि वतावहु । सुंदर बाधहु सुंदर पावहु ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ ३२९ ।...
    ६०९ B (२३ शब्द) - १२:५७, २५ मई २०१६
  • ।—बिछाना ।—साधना= मक्कारी करना । बहानेबाजी करना । नकल बनाकर पड़े रहना । उ॰—कासिम ने कहा हुजूर, यह औरत बदमाश है, मक्कर साध रही है ।—पिंजरे॰, पृ॰ ५९ ।...
    १ KB (५५ शब्द) - ११:४६, २५ मई २०१६
  • मुंदर † संज्ञा पुं॰ [सं॰ मुद्रा] दे॰ 'मुद्रा' या 'मुँदरा' । उ॰—है हुजूरि कति दूरि वतावहु । सुंदर बाधहु सुंदर पावहु ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ ३२९ ।...
    ६०९ B (२३ शब्द) - १३:०५, २५ मई २०१६
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