ईश्वर
संज्ञा
पु.
अनुवाद
यह भी देखिए
ईश्वर
स्रोत: संस्कृत
ईश्वर वि॰ समर्थ । शक्तिमान् । संपन्न ।
ईश्वर संज्ञा पुं [सं॰] [स्त्री॰ ईश्वरी]
१. मालिक । स्वामी । प्रभु । परमेश्वर । भगवान् । यौ॰—ईश्वरप्रणिधान । ईश्वराधिष्ठान । ईश्वरधिष्ठिन । ईश्वराधीन । भगवान; ईश, परमात्मा; प्रभु; परम पुरुष; स्वामी।
ईश्वर एक हिन्दी शब्द है। उर्दू में ईश्वर को खुदा,अल्लाह कहा जाता है।
ईश, ईश्वर, परमेश्वर एक ही शक्ति के नाम हैं यही वह परम शक्ति है जिससे सर्व संसार की उत्पत्ति हुई है। एकमात्र ईश्वर कबीर साहेब जी हैं जो हम सबके जनक और परमपिता हैं।
संस्कृत की ईश् धातु का अर्थ है- नियंत्रित करना और इस पर वरच् प्रत्यय लगाकर यह शब्द बना है। इस प्रकार मूल रूप में यह शब्द नियंता के रूप में प्रयुक्त हुआ है। इसी धातु से समानार्थी शब्द ईश व ईशिता बने हैं।
ईश्वर शब्द के कुछ पर्यायवाची इस प्रकार हैं: ईश, परमेश्वर, परमात्मा, पारब्रह्म, सच्चिदानन्द, व्यापक, महाप्रभु, स्वामी, परमपिता, पति, साहब, जगदीश, जगदीश्वर, विधाता, गॉड, खुदा, अल्लाह, सर्वशक्तिमान, मालिक, स्वयंभू, साईं इत्यादि।
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
ईश्वर ^१ संज्ञा पुं [सं॰] [स्त्री॰ ईश्वरी]
१. मालिक । स्वामी । प्रभु ।
२. योगशास्त्र के अनुसार क्लेश, कर्म, विपाक और आशय से पृथक् पुरुषविशेष । परमेश्वर । भगवान् । यौ॰—ईश्वरप्रणिधान । ईश्वराधिष्ठान । ईश्वरधिष्ठिन । ईश्वराधीन ।
३. महादेव । शिव ।
४. रामानुजाचार्य के अनुसार तीन पदार्थों में से एक जो संसार का कर्ता, आपादान, अंतर्यामी और ऐश्वर्य तथा विर्य आदि से संपन्न माना जाता है । ( शेष दो पदार्थ चित् और अचित् है) ।
५. राजा ।
६. यति ।
७. पारद । पारा ।
८. पीतल ।
९. कामदेव । पुष्पधन्वा (को॰) । १० एक संवत्सर [को॰] ।
ईश्वर ^२ वि॰ समर्थ । शक्तिमान् । संपन्न ।