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  • लोग 'राजपुत्र' कहलाते थे, इसीलिये क्षत्रिय वर्ग के सब लोंगों को मुसलमान लोग राजपूत कहने लगे थे । अब यह शब्द राजपूताने में रहनेवाले क्षत्रियों की एक जाति...
    ३ KB (२०० शब्द) - ०३:४६, १६ फ़रवरी २०२४
  • को तोमर लिखना शुरू कर दिया जो क्षत्रिय (राजपूत ) मैं एक उपजाति है इस जाति से गुज्जरों मैं भी तोमर लिखना शुरू हुआ राजपूत राजा मानसिंह तोमर के मृगनयनी गुज्जरी...
    ४ KB (२८३ शब्द) - १५:१५, ९ अक्टूबर २०२३
  • छत्रपुत पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्षत्र + पुत्र] क्षत्रिय का पुत्र । राजपूत । उ॰—तोहिं बुध कीन्ह छत्रपुत भारी । सुनहु दुःख जो अहै दुखारी ।—हिंदी प्रेम॰ पृ॰...
    ६६३ B (२६ शब्द) - १९:४९, २४ मई २०१६
  • पुराणों में इस जाति की उत्पत्ति क्षत्रिय पिता और कर्ण माता से लिखो है । ३. बड़े आम का एक भेद । ४. बुध ग्रह । ५. राजपूत क्षत्रिय (को॰) । ६. राज्य की ओर से मिला...
    ९९९ B (५५ शब्द) - ०३:४९, १६ फ़रवरी २०२४
  • आति । विशेष—यह बह्मवैवर्त पुराण के अनुसार राजपूत माता और क्षत्रिय पिता के गर्भ से उचा पराजर के मत से राजपूत माता और चूर्णक पिता के गर्भ से उत्पन्न है...
    १ KB (६९ शब्द) - ०१:२१, २५ मई २०१६
  • रजपूती † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ राजपूत + ई (प्रत्य॰)] १. क्षत्रिय होने का भाव । क्षत्रियत्व । उ॰—राखी रजपूती राजधानी राखो राजन की, धरा मैं धरम राख्यो राख्यो...
    ८३० B (३६ शब्द) - ०७:०३, २६ मई २०१६
  • संज्ञा पुं॰ [देश॰] क्षत्रिय जाति की एक शाखा का नाम । उ॰— फुरमान गए जैसलहमेर । भेम्या सब भाटी भए जेर ।— पृ॰ रा॰ १ । ४२३ । विशेष— राजपूतों की एक जाति जो ईस्वी...
    ८६० B (४८ शब्द) - ११:१२, २५ मई २०१६
  • । सात्वत । कुंक्कुर । २. एक प्रदेश जहाँ कुक्कुर जाति के क्षत्रिय रहते थे । यह देश राजपूताने के अंतर्गत है । ३. एक साँप का नाम । ४. कुता । ५. गंठिवन का...
    १ KB (५४ शब्द) - २२:५१, २१ मई २०१७
  • के मूल पुरूष माणिक्य नामक एक राजा थे जो लगभग ईस्वी सन् ८०० में अजमेर में राज्य करते थे । इस जाति के क्षत्रिय प्राय: सारे उत्तरीयभारत में फैले ए हैं ।...
    २ KB (११८ शब्द) - १४:३३, ६ मार्च २०२०
  • सिसोदिया संज्ञा पुं॰ [सिसोद (स्थान)] गुहलौत राजपूतों की एक शाखा जिसकी प्रतिष्ठा क्षत्रिय कुलों में सबसे अधिक है और जिसकी प्राचीन राजधानी चित्तौड़ थी और...
    २ KB (१४८ शब्द) - २१:२२, २६ मई २०१६
  • स्थानों के निवासी क्रमश: मुसलमान हुए । इनमें से अधिकांश राजपूत क्षत्रिय थे । परमार आदि बहुत से राजपूत वंश अपनी कई शाखाओं को सिंधपार बसनेवाले पठानें में बतलाते...
    ९ KB (५९२ शब्द) - २३:०६, २१ मई २०१७
  • सामंत राजा थे जो जयवर्मदेव के बहुत पीछे हुए । अवध में 'भुकसा' नाम के कुछ क्षत्रिय हैं जो अपने को भोजवंशी बतलाते हैं । उनका कहना है कि भोज के पीछे उदयादित्य...
    १२ KB (८२५ शब्द) - ०६:३३, २५ मई २०१६