झ
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हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
झ हिंदी व्यंजन वर्णमाला का नवाँ और चवर्ग का चौथा वर्ण जिसका स्थान तालु है । यह स्पर्श वर्ण है और इसके उच्चारण में संवार, नाद और घोष प्रयत्न होते हैं । च, छ, ज, और ज्ञ इसके सवर्ण हैं ।
झ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. झँझावात । वर्षा मिली हुई तेज आँधी ।
२. सुरगुरु । बृहस्पति ।
३. दैत्यराज ।
४. ध्वनि । गुंजार शब्द ।
५. तीब्र वायु । तेज हवा ।