लृ

विक्षनरी से
अं
क्ष त्र ज्ञ लृ श्र अः
सार्वभौमिक वर्ण समुच्चय
यूनिकोड नामदेवनागरी अक्षर लृ
देवनागरीU+0905

हिन्दी[सम्पादन]

उच्चारण[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

लृ एक स्वर जो वर्णमाला का नवां वर्ण है । इसकी गणना स्वरों में है और इसका उच्चारण स्थान संस्कृत व्याकरणानुसार दन्त है । लृ ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. देवमाता । भूमि ।