विक्षनरी से
अं
क्ष त्र ज्ञ लृ श्र अः
सार्वभौमिक वर्ण समुच्चय
यूनिकोड नामदेवनागरी अक्षर
देवनागरीU+0905

हिन्दी[सम्पादन]

उच्चारण[सम्पादन]

(file)

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ड व्यंजनों में तेरहवाँ व्यंजन और टवर्ग का तीसरा वर्ण । इसका उच्चारण आभ्यंतर प्रयत्न द्वारा तथा जिह्वामध्य को मूर्धा में स्पर्श करने से होता है ।

ड संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. ध्वनि । शब्द ।

२. नागाड़ा ।

३. बड़वाग्नि ।

४. भय ।

५. शिव (को॰) ।